
काली दुनिया ? क्या वास्तव में होता है ? लेकिन कंहा होता है इनकी दुनिया ?
क्या धरती पर ? या आस्मां पर ? ऐसे नजाने कितने सवाल हमारे मन में चलता रहता है। तो आइये जानते हैं। असल में काली दुनिया जिसको हम साधारण भासा में प्रेत पिचास की रहने जगह कहते हैं। असल में यह हमारे इर्द गिर्द ही होता है लेकिन हम उन्हें पहचान नहीं पाते , कुछ तंत्र साधक या कुछ उच्कोटि के ब्रम्भण उनको महसूस करपाते हैं। या देखभी लेते हैं हैं असल में इनका कोई अलग दुनिया नहीं होती यह हमारे साथ ही उठते बैठते हैं और सबसे नजदीक रहने के कारण जल्द सिद्ध भी होजाते हैं। या बुलाने से आ भी जाते हैं। बहत समय देखा जाता है की , कोई बहत प्रसिद्ध यानि नेता ,अभिनेता ,बिज़नेस मेन ,या आम इंसान इनका चपेट में आ जाता है , इसके दो ही कारन होता है । या तो वो खुदसे शरीर पाने की कोसिस करते हैं ,क्यू की अक्सर देखा गया है उनका मृत्यु अकाल में होने के कारन उनका मनमे बहत सारि इच्छाएं रहजाता है जबतक पूरा ना करले वे शरीर बदल बदलके अपना काम को अंजाम देता रहता है। वे जिस सरीर में अपना बॉस बनता है उस शरीरऔर उसकी आसपास के इंसान को भी भारी नुक्सान पहंचता रहता है क्यू की उसे उस शरीर को अकेले पाना होता है सिर्फ सरीर ही नहीं आत्मा को अपना काबू में करलेते हैं फिर धीरे धीरे वो सरीर नस्ट होने लगता है एक समय वे नस्ट भी हो जाता है। अपने कभी यह देखा या सुना है ? की किसी युवती की शरीर में नाख़ून या दांत की निशाने अचानकसे पाए जाते है? अगर हा तो निश्चित रहिये उस शरीर किसी प्रेत का वास् होगा वे युवती धीरे धीरे सूखती जायगी चिरचिरा होती जायगी समय सादी भी नहीं होगी अगर जबर दस्ती सादी दे भी दिया तो यातो बिधबा होजाएगी या फिर अपने मइके अजायगी नहीं तो खुदकी जान लेलेगी बजह कोई भी हो। अकसर देखागया है और यह प्रमाणित है। अगर किसी युवक के शरीर में प्रवेश करता है तो उसका जीबन एकदम से बर्बाद होजाएगा जैसे नौकरी में परेशानी आना बिज़नेस में घाटा होना समझमे अपमानित होना क्यू की उस आत्मा का मकसद है उसका प्राण लेना क्यू की या तो आत्मा का काम पूरा होगया या उसका सरीर आत्मा का काम में न आना इसी कारण से वे युवक अपना जीवन खुद ही ख़तम करलेगा या अकाल मृत्यु के तरफ चलाजेगा या। आब आते हैं इसका दूसरा पहलु ——– जिसको तंत्र की भासा में चलान ,दुश्मनी या शत्रुता कहा जाता है। लेकिन यह सबके लिए नहीं होता क्यू की ना तो सभी करवासकता है और ना हर कोई करसकता है , असल में चलान उनके लिए होता है जो जीबन सब कुछ हासिल करचुका होता है ,जैसे नेता ,अभिनेता बड़े बिज़नेस मेन या बहत आमिर इंसान जिसके पास बहत सारी धनदौलत है। तब इनको प्रेत या पिचास चलान के द्वारा नुक्सान पहुंचाने की पूरी कोसिस करते हैं कई बार तो यह भी देखा गया की उन्हें जान से भी मारदिया है या सिर्फ इंसान अपना कार्य सिद्ध करने के लिए ही ऐसा करता है
तो क्या इसका तोर है ? जी है लेकिन इतना आसान भी नहीं होता मैंने ऐसे भी कई पंडित ब्रम्भन देखा है इसका तोर निकालने के लिए अपना जान भी गवा बैठते है।
कई साधक ऐसा होंगे यह लेख पढ़ने के बाद सायद हस परे वे कहेंगे मेरे पास भूत प्रेत बहुत पिचास वासमे है मई इतना बड़ा साधक हूँ मई पिचास साधक हु। सायद वे सही भी होंगे लेकिन मैंने यह पोस्ट के पहलेही लिखा है( काली दुनिया ) गुरुवर यह इतना आसान नहीं होता। मई कोई मुंडी घुमा घुमाके बोलने बाला चुरेल की बात नहीं कररहाहु। मै उस दुनिया की बात कररहा हु जिसदुनिया को काली दुनिया कहा जाता है।
अब कुछ इंसान यह बोलेंगे इसका उपाय क्या है ? अगर इतना जानकारी है तो उपाय भी बता दो। और कुछ यह भी बताएंगे कॉपी पेस्ट है। कुछ बताएँगे ऐसा कुछ नहीं होता। तो सज्जनो आपके जानकारी के लिए बतादू १०० में ९९ लोग इसी काली दुनिये का इस्तेमाल करके जीबन में बहत कुछ हासिल करचुका है ,बड़े से बड़े अभिनेता भी इस लिस्ट में शामिल है आगे भी करेंगे